वाह-वाह हिमानी कैसी ये अनोखी रीत है आई प्यार बांटने वाली चाय छोड़ लोगों ने कॉफी अपनाई ! भूल गए सब अपना बचपना जब बीमार होते थे तो अदरक, इलायची वाली यही चाय ही बनती थी उनकी दवाई ! वाह-वाह हिमानी कैसी ये अनोखी रीत है आई जो शान थी हिंदुस्तानी रसोई की , जो कभी नीव हुआ करती थी मजबूत रिश्तो की आज उसी चाय की अहमियत भूल सबने उसको भी उसकी औकात दिखाई वाह -वाह हिमानी कैसी अनोखी रीत है आई वाह- वाह हिमानी कैसी अनोखी रीत है आई.....! -@the himani #chai#nojoto# #poem✍🧡🧡💛 अनोखी रीत है आई चाय छोड़ लोगों ने कॉफी अपनाई"