इक हीरा भी पड़े-पड़े पत्थर बन जाता है और इक पत्थर कभी-कभी परवर बन जाता है ये फलसफा जीवन का समझ से परे रहा हरे सपनों का बगीचा क्यों बंजर बन जाता है ©Rakhi Vishwakarma #Missing #Nojoto #nojoto❤ #hindinojoto #Hindinama #writing #kvstudio #pinterest