बिखरे मोती 🌸... बिखर गए अरमां दिल के, भर कर आंखों में सपने सारे, बह गए गेसुओं से जो पल रहे थे... तेरे साए से महक उठी थी जो, तेरी यादों की अमानत सहेजूं तो ज़रा, शहनाईयों में डोली कफ़न आई है। तेरे ख़ार चुनता है मन, हर एक लम्हों से, गुज़र रहा पहर, अब करुं कासे गुजर! बदरी मेरे मन का ठाँव, बरस रही जमकर... ©श्वेतनिशा सिंह~🕊️ #nojotohindi #nojotohindiwriters #बिखरेमोती #soothingsouls #अनकहे_अल्फ़ाज़ #यूंहीतोनहीं