तुम दूर हो मगर हरपल तुम्हारे होने का एहसास दिलाता है, मीठे लम्हों की तरह। तुम्हारे यादों की सरहदें पाकर ठहरी हुई खलायें, जिन्दा है नस नस में सनसनी की तरह। तुम्हारा नाम है या कोई चीज़ मेरे होठों पर, महक गई मेरी खोई हुई रूह ज़िन्दगी की तरह। तुम दूर हो मगर... #दूरहोमगर #collab #yqdidi #suchitapandey #सुचितापाण्डेय #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi तुम दूर हो मगर हरपल तुम्हारे होने का एहसास दिलाता है, मीठे लम्हों की तरह। तुम्हारे यादों की सरहदें पाकर ठहरी हुई खलायें,