सदियों इंतज़ार किया लम्हे को जीने के लिए, तिश्नगी आबाद रखा आँखों में पीने के लिए। वक़्त के साथ कैसे ख़ुद को बदला है 'अनाम' मुंतज़िर हुआ इश्क़ में तुझ से नगीने के लिए। #shamaurtanhai #309 #anam #365days365quotes #muntzir #ishq #nagina #lahme