मैं मरना नही चाहता था, फिर भी ईश्वर से मिलने की दुआ करता रहा। जिंदगी कोई थाली में परोस कर नही देगा, सच जानकर भी इंतजार करता रहा। जब सब हालात ठीक थे, सब ठीक हो, राह तकता रहा। टोकता रहा खुद को हरेक बात पर अपनी, कुछ इस कदर खुद पर बिगड़ता रहा। हौंसले पस्त होने में कहाँ वक़्त बाकी था!! और उन्हें लगा बस दिखावे के लिए लड़ता रहा। मिलते हैं जल्द ही, ये दिखावा, मैं हर मुलाकात पर करता रहा। वो भूल ना जाए कहीं मुझे, कुछ इसलिए भी उन्हें याद करता रहा। दूर-दूर तक जिनके आने की आश नही, मैं उनका भी बेसब्री से इंतजार करता रहा। जिंदगी जीने का शौक - कुछ इस कदर पूरा हुआ है 'सौमित्र', मैं जीता भी रहा और मरता भी रहा। #yqshauk #yqzindagi #yqishvar #yqthali #yqbaat #mulakat #yqsaumitr