खुद को जरा सी जगह दी मैंने माटी बिस्तर सी बिछा दी मैंने.. छिड़क गया था वो इश्क..रूह में जिन्दगी तसव्वुर में बिता दी मैंने.. बेपरवाही में लिपटी खानाबदोश रातें सिसकियों से फूंक कर बुझा दी मैंने.. यकीं रखोगे तो बदलेगा वक्त भी कुछ उम्मीदें ये सोचकर जगा दी मैंने.. खुदा को लिखता नहीं अब मैं अर्ज़ियाँ हर रजा निगाहों से बता दी मैंने.. -KaushalAlmora #रज़ा #yqbaba #yqdidi #raat #yq #yqquotes