शरभेश्वर माला मंत्र | शरभेश्वर मन्त्र ॐ नमः पक्षिराजाय निशि कुलिश वर द्रष्टा नखायानेककोटि ब्रह्म कपालमालालङ्कृताय सकल कुल महानाग भूषणाय सर्वभूत निवारणाय नृसिंह गर्व निर्वापण कारणाय सकलरिपु रभांटवी विमोटन महानिलाय शरभ सालुवाय ह्रां ह्रीं हूं प्रवेशय प्रवेशय रोग ग्रहं बन्धय बन्धय बालग्रहं बन्धय आवेशय आवेशय भाषय भाषय मोहय मोहय कम्पय कम्पय बन्धय बन्धय भूतग्रहं बन्धय रोगग्रहं बन्धय यक्षग्रहं बन्धय पातालग्रहं बन्धय चातुर्थग्रहं बन्धय भीमग्रहं बंधयापरस्मार ग्रहं बन्धय उन्मत्तग्रहं बन्ध राक्षसग्रहं बन्धय ज्वालाग्रहं बन्धय ज्वालामुख ग्रहं बन्धय तमोहारग्रहं बन्धय भूचरग्रहं बन्धय खेचरग्रहं बन्धय बेतालग्रहं (वेताल) बन्धय ©KhaultiSyahi #KhulaAasman #mantra #success #khaultisyahi #Life_experience #truth #Prayers #Totke #praytoparmatma