तेरा शहर छोड़ जाऊँगी मैं...!! मैंने सोचा है तेरा, शहर छोड़ जाऊँगी मैं, पर जब जाऊँगी तो, अपनी एक निशानी छोड़ जाऊँगी, ढूंढ़ने पर भी किसी को, न फिर मैं नज़र आऊंगी, जब भी आऊँगी केवल याद ही आऊंगी, जाते जाते भी किसी को फिर गले से न लगाऊंगी, लगा लिया अगर गले तो फिर जा नहीं पाऊँगी, भर कर यादों का बक्सा, संग अपने मैं ले जाऊँगी, भय होगा तो केवल बस इस बात का, अपने शहर से बिछड़ कर, किसी पराये शहर की हो जाऊँगी मैं, मैंने सोचा है तेरा, शहर छोड़ जाऊँगी मैं..!! ~ गरिमा प्रसाद 🥀 ©Garima Prasad #hindinama #hindi_poetry #Imgarima #hindi_poem