सरकार ने जन से सार्वजनिक कामों हेतु 75 सालों में जमीन ली ! रकम नाममात्र, अंग्रेजो के कानून के हिसाब से दी !! रक्षा, रेल्वे, उपक्रमों की ज़मीन जिस काम के लिये ली ! बहुत सारी उस काम के लिये न तो उपयोग की न लौटा ही दी !! अब आज से सरकार ने उसे बेचने का ऐलान किया है ! क्या इसमें जनकल्याणकारी मूल भावना को आहत नहीं किया है !! लाखों एकड़, दाम करोड़ों प्रति एकड़, रक़म होगी लाखों करोड़ ! ज़मीन के लेने देन में काले सफ़ेद का होता निचोड़ ! अफ़सोस देश का तितर-बितर विपक्ष आंखें मूँदे सोता है !! पत्रकार आंखें मिलाये होता है !! #aaveshvaani #janmannkibaat #janhitmejaari #janhitkiramayan #journalist #opposition