धूल कितने रंग बदले डोर और पतंग बदले जब तलक जिंदा कलम है हम तुम्हें मरने न देंगे खो दिया हमने तुम्हें तो पास अपने क्या रहेगा कौन फिर बारूद से सन्देश चन्दन का कहेगा मृत्यु तो नूतन जनम है हम तुम्हें मरने न देंगे। - गोपालदास 'नीरज' #RIP #karwan_gujar_gya #nojoto