कहीं दूर ना हो जाऊँ तुम से फिर बे_पनाह तुम्हें चाहूँ क्या कल मेरी ग़ज़ल अधूरी रही, ये बात तुम्हें बताऊँ क्या अपने सुर्ख़ होंठों से अपनी ही मोहब्बत का किस्सा सुनाऊँ क्या चाहाँ है सिर्फ तुम्हें हमदम ,फिर एक बार मर_ मिट जाऊँ क्या किसी को ना देखूँ तुम्हारे सिवा उन कसमों_वादों को दोहराऊँ क्या मेरे ख्वाबों_ख्यालों में तुम_ ही _तुम ऐसा कोई गीत गाऊँ क्या सुनो ना, आज फिर तुम्हारे कंधो पर सर रख कर सो जाऊँ क्या अपनी इस तन्हाइयों में तुम्हारी बांहों से लिपट जाऊँ क्या कितनी खूबसूरत है तुम्हारी आंखें उन आँखों में डूब जाऊँ क्या कहो तो खो जाऊँ तेरी जुल्फों में आज शर्म_हया भूल जाऊँ क्या !!! Good Morning all 💐💐💐😊 #love #मोहब्बत #ख्वाब #ख्याल #नीद#गज़ल#squeen#shayri