पेड़ की डाल पर बैठी, एक चिड़िया का चेहचहाना अपनी प्यारी सी चोंच, में चावल का एक दाना दबा के यूं मुस्कुराना सामने रखे कटोरे में भरे पानी की तरफ खींचे चले आना अपनी स्वर्ण कलगी से, अपनी तरफ सबको चुंबक की तरह मंत्रमुग्ध कर लाना सुबह सुबह की चाए की एक चुस्की शीतल हवाओं के साथ, महकती हुई हवा की खुश्की इन हवाओं, इन चिड़ियाओं , इन फूलों से ही तो सवेरा सवेरे जैसा लगता है इन की मुस्कान देखकर ही तो, अपने आंगन में खुशियों का बसेरा लगता है #चिड़िया #आंगन #गिलहरी #फूल #बसेरा