कुछ अपने ही कायदे हैं धड़कनो के भी जिसपर थम गई समझो साँसें रुक सी गयी हर रोज गुफ्तगू उनकी यादों से तो कभी आंसू बनकर छलक सी गयी ये धड़कनो की ही तो महरबानी है मेरे हमनाशी जो मेरी जिंदगी की पूरी कायनात बस अब तेरे ही नाम लिख गयी । #gif