शाम- ए- फिज़ा भी हो जाऊं, दर्द- ए- दवा भी बन जाऊं, अगर तुम मिल जाओ, किसी मुकम्मल दुआ की तरह। #qouteoftheday #yqbaba #yqdidi #sajid #ekkhayal #happyness कितना जरूरी है कोई और कितना खास होगा आसमां के तारे देखना तनहाई का एहसास होगा --------------______sajid______-------------- #YourQuoteAndMine Collaborating with writer✍️ sajid