मुझे भी सिखा दो तुम... खुलकर झूठ बोलना सच को झूठा बनाना बातों को दिल में दबाना व्यर्थ में ही वाचाल होना...! सिखा दो मुझे भी तुम खुद में ही खो जाना अपनों के बीच पराया बन जाना नज़रों की भाषा को नकारना मन को वाणी मुक्त कर देना...! सिखा दो मुझे भी तुम देख कर भी अनदेखा करना समझ कर भी नासमझ बनना जो अपना है तुम्हारा उसको किसी और का बना देना...! सिखा दो मुझे भी तुम... नये तौर तरीकों को अज़माना अज़नबियों को गले लगाना अपनों से मुँह को छिपाना...! सिखा दो मुझे भी तुम... मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈 20 सुप्रभात। कोई भी सर्वगुणसम्पन्न नहीं हो सकता। जीवन में दूसरों से सीखने का सिलसिला जारी रहना चाहिए। #सिखादो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi