देवता जागने लगे हैं, आज फिर आर्यावर्त्त में गौरव का दीपक जगमगा रहा है,हिमालय अपने होने की अब रोज नित्य गवाही देगा...झेलम के तट पे बैठकर फिर एक विद्वान राष्ट्र नीति से जुड़ी किताब लिखेगा। फिर कोई उत्तरा अपने अभिमन्यु को साज़िश के चक्रव्यूह तोड़ने भेजेगी ..सिंधु और गंगा विश्व को सदाचरण के लिए सावधान करेगी ... श्मशान में फिर शिव होली खलेगे ...फिर अर्जुन को केशव का साथ मिलेगा ...फिर रौद्र रूप लेकर दुश्मन से लोहा लिया जाएगा। इस विपदा का अंत निश्चित हैं। हमारे होने का सूर्य चमक रहा हैं ..ये फीका कभी नही पड़ सकता। जय जय। #मने_कह_रहे_है B Positive Abhishek #मने_कह_रहे_है