" देवभूमि - भारत " गूँजते हैं शब्द शौर्य के, हवाओं में, पग पग पर है वीरों की गाथाएं। शहादत से सराबोर, हर घर में है देशप्रेम की कथाएँ। हर धर्म का मान रखकर,की है उन्नति जग में। शांति, अमन, सौहार्द्र की, मिशाल पेश की हर युग में। । विश्व गुरु बनकर, था सबको मार्ग दिखाया, उच्च नैतिक आदर्श से, मानवता का अर्थ समझाया। कर्मठ है हर व्यक्ति यहां, परिवार हेतु जीवन समर्पित किया। समाज की मुख्यधारा से जुड़, देश के विकास में सहयोग दिया। बुजुर्गों ने सहेजी है, संस्कारों की धरोहर, युवाओं ने प्रगति का आह्वान किया। महिलाओं ने शक्ति बनकर साहस का पर्याय दिया। भूमि है यह, महापुरुषों के रक्त से रंजीत, इसकी वतनपरस्त सोंधी खुशबु, समूचे जग में है विसरीत। विविधता के रंग लिए है एकता का भाव, देशहित के हर निर्णय में सदा दिखता है सद्भाव हे! भारती के सपूतों, मेरा है आह्वान तुम्हें, अनभिज्ञ हो तुम देवत्व से, मेरी है पुकार तुम्हें, अपनी देवभूमि के महत्व को तुम पहचानों, आधुनिकता के दौर में ना इसकी महत्ता को नकारों। स्वार्थ को त्याग, अपना सर्वस्व अर्पण कर दो, इस देव धरा के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दो। #देवभूमि #भारत #nojotohindi