ए पुर-कशिश तेरे लबों की तलवार दो-धारी है। लब-ए-शीरीं चखने से चढ़ गई हमें ख़ुमारी है।। मैं ‘नज़र’ हटाऊं तो कैसे तेरे मखमली बदन से। कैसे बताऊं कि ‘नज़र’ से जंग मैंने भी हारी है।। Shivank Srivastava 'Shyamal' #forheadkiss ए पुर-कशिश तेरे लबों की तलवार दो-धारी है। लब-ए-शीरीं चखने से चढ़ गई हमें ख़ुमारी है।। मैं ‘नज़र’ हटाऊं तो कैसे तेरे मखमली बदन से। कैसे बताऊं कि ‘नज़र’ से जंग मैंने भी हारी है।। #Nojoto #nojotohindi #nojotourdu #urdu #Hindi #Love #Shayari #Lips #Quote