तू सदा पलक पर स्वप्न पिरोना, परशुराम तो आयेगा... हे मनु पुत्र, कभी निराश न होना, परशुराम तो आयेगा! जाने कहाँ हैं जमदग्नि, कहाँ हैं उनकी रेणुका, नियति पर प्रतिबद्ध है, वो मान रखेगी मनु का, समय हार कर एक दिन रेणुका जमदग्नि को मिलायेगा, हे मनु पुत्र, कभी निराश न होना, परशुराम तो आयेगा! देख क्षितिज में उमड़ रहे हैं बादल काले अधर्म के, चेहरा छिपाये फिरते हैं सारे हिंदू आज अपने कर्म से, मिथ्या भाईचारे की तामसिक तंद्रा से सभी को जगायेगा, हे मनु पुत्र, कभी निराश न होना, परशुराम तो आयेगा! देखो आज चहुंओर म्लेच्छोत्सर्जित अराजकता है, हमारे रक्षक कल्की को एक गुरु की आवश्यकता है, वही तो है जो युगावतार को सत्य की राह दिखायेगा, हे मनु पुत्र, कभी निराश न होना, परशुराम तो आयेगा! ©Shubhro K #parshuram #Hindu