७. अभिमन्यु : महाभारत रौद्रधारी से लगे झूझने पितामह के बाण, अर्जुन पुत्र निकला वय से बढ़कर कहीं महान। लगा दिखाने उनको नित-नई सभी कलाएँ, धन्य पुत्र! कह भीष्म के सजल नेत्र भर आए। कहा भीष्म ने पुत्र तुम्हारा वध करना नहीं चाहता, हट जाओ एक ओर तुमसे लड़ना नहीं चाहता। कृष्ण शिष्य - सुभद्रानंदन - अर्जुन पुत्र, हे रौद्रधारी! निःसंदेह पड़ सकते हो तुम इस रण में सब पर भारी। On the way! #yqabhimanyu #yqmahabharat #yqbheeshm #yqsaumitr #yaraudradhari