रोज की ही बात है इस देश में बलात्कार, हम तो ख़ाम खा शोर मचाते कभी कबार। आँखों में लिए आंसू एक दिन मांगते इन्साफ, रोज की ही बात है ये दर्द भरी बेटी की पुकार। हमें खुदगर्जी में कहा सुनाई देती है वो आवाज, रोज की ही बात है ईन किस्सों से भरता अखबार। हम पे आएगी बात तभी दरिंदों की साफ सफाई, रोज की ही बात है कब सुनाई देगी बेटी की पुकार। रोज़ की बात है... #रोज़कीबात #collab #yqdidi #yqtales #yqquotes #yourquotes #life #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi