Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहार आई, हुए सूखे शजरो पे मेहरबाँ गुल हुए हैं मुद्

बहार आई, हुए सूखे शजरो पे मेहरबाँ गुल
हुए हैं मुद्दतों के बाद फिर शान-ए-बयाबाँ गुल

ख़बर जो बागबाँ की मुद्दतों आई नहीं तो फिर
बिना माली शजर बेचैन हैं तो हैं परेशाँ गुल

कराया राब्ता रब से, हुआ साथी इबादत में
ख़ुदा की बंदगी के हैं मुक़द्दस साज-ओ-सामाँ गुल

ख़िज़ाँ आई, शजर सूखे, परिन्दे भी हुए बे-घर
चमन की देख वीरानी हुए हैं आज वीराँ गुल

उदासी छाई चेहरे पे हुए रुख़सत जो घर से हम
बिछड़ कर शाख से शजर से हुआ है आज बे-जाँ गुल

कभी असरार-ए-उल्फ़त हैं, कभी पहचान उल्फ़त की
कभी क़ासिद, कभी ख़त तो कभी उल्फ़त के सामाँ गुल
🌸🌸

©एक अजनबी
  #Shajar #poem #Hindi #Love #Nojoto 

शजर :- पेड़, वृक्ष
बयाबाँ :- सुखा जमीन, मरुस्थल

 Jack Sparrow Sunita Pathania Sethi Ji Mili Saha Shivani Sharma 'Shivi'  kudi the swag R K Mishra " सूर्य " Lalit Saxena Rama Goswami Babli BhatiBaisla  Ayesha Aarya Singh quotesofpainofficial Puja Udeshi # musical life ( srivastava ) Heena Hasan  Niaz (positive vibes) Sweety mehta Khushi Sharma Anshu writer meri_diary(R*)  Krishnadasi Sanatani Gulzar