हवाएं आयी फिजायें आयी, अब तुम भी आ जाओ ना मैं सुबह का सूरज बनता हूँ , तुम ईद चाँद बन जाओ ना...✍️ _s.s.S #intzaar #ekjhalak जब वो रोज सुबह -शाम उसके घर के सामने रुक कर जाता था..😊 Ms.(P.✍️Gurjar) Kavika v upadhyay भावना (tanvi)