तुमसे मेरे रिश्ते को कोई नाम देना ज़रूरी है क्या? ये रिश्ता है प्यार का विश्वास का एहसास का, इसे कोई नाम देना ज़रूरी है क्या? ये दुनिया है ज़ालिम, कुछ भी कहती रहती है, इसकी बातों में उलझकर, खुद को गुनहगार मानना, ज़रूरी है क्या, तुमसे मेरे रिश्ते को कोई नाम देना ज़रूरी है क्या? ―"अन्जाना" "प्यार और दोस्ती" . . . . #poetry #hindipoem #hindipoems