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प्रकृति की खामोशी को हम कमजोरी मान लिए दिन प्रति

प्रकृति की खामोशी को
 हम कमजोरी मान लिए
 दिन प्रतिदिन इसका दोहन कर
 कुछ छीन लिए कुछ लोप किए।।
 न जाने क्या-क्या अनीति किए 
नीर समीर धरा को हमने,
 दूषित मन से विच्छेद किए।।
कब तक सहे ये कुरीति हमारी 
हम जो मन से कुंठित हैं ।
यह धरा धैर्य जब खो देगी तब 
मानवता असहाय है 
फिर मानव भी अवलुंठीत है।।
...सैम #natureangry
प्रकृति की खामोशी को
 हम कमजोरी मान लिए
 दिन प्रतिदिन इसका दोहन कर
 कुछ छीन लिए कुछ लोप किए।।
 न जाने क्या-क्या अनीति किए 
नीर समीर धरा को हमने,
 दूषित मन से विच्छेद किए।।
कब तक सहे ये कुरीति हमारी 
हम जो मन से कुंठित हैं ।
यह धरा धैर्य जब खो देगी तब 
मानवता असहाय है 
फिर मानव भी अवलुंठीत है।।
...सैम #natureangry
saimicg3246

Saim CG

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