मैं तुझमें मिलना चाहती हूं आसमान में इंद्रधनुष की तरह। मैं तुममें घुलना चाहती हूं, समंदर के पानी में नमक की तरह। मैं तुझमें खोना चाहती हूं, संगीत की तरह। मैं संवरना चाहती हूं, कृष्ण के लिए राधा की तरह। मैं रूठना चाहती हूं, गोपियों की तरह। ताकि तुम मना सको लीला रचाकर, कृष्ण की तरह। मैं मुक्कमल होना चाहती हूं, रुक्मणि की मुहब्बत की तरह। हां मैं तुम्हें जीना चाहती हूं, इक खुशनुमा जीवन की तरह। विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। #प्यार #उम्मीद #जीवन #खूबसूरत #अहसास_ए_इश्क़ #yourquotedidi