मैं हंसी ख़ुशी गाता हूं.... मैं हंसी ख़ुशी गाता हूं।। बांसुरी से निकले मासूमियत में रमें गीत, स्वछंदो की मधुरिम बेला में प्रेम मीत, मैं प्रकृति का साथ हर पल निभाता हूं। मैं हंसी ख़ुशी गाता हूं। उड़ने को आतुर नवजीवित पक्षी प्रीत, कानों में उद्घोष करता सामवेदिक संगीत,