काँच और रिश्ता दोनों ही बड़े नाजुक होते है, दोनों में सिर्फ़ एक ही फर्क़ है काँच गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमीयों से।” ©Mayra Nirmal #Mayra nirmal