White मानसून उतरा है जहरी खाल की पहाड़ियों पर बादल भिगो गए रातोंरात सलेटी छतों के कच्चे-पक्के घरों को प्रमुदित हैं गिरिजन सोंधी भाप छोड़ रहे हैं सीढ़ियों की ज्यामितिक आकॄतियों में फैले हुए खेत दूर-दूर... दूर-दूर दीख रहे इधर-उधर डाँड़े के दोनों ओर दावानल-दग्ध वनांचल कहीं-कहीं डाल रहीं व्यवधान चीड़ों कि झुलसी पत्तियाँ मौसम का पहला वरदान इन तक भी पहुँचा है ©"SILENT" #good_morning_quotes