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याद का बोझ ढो रही होगी अपना आँचल भिगो रही होग

याद  का  बोझ  ढो रही  होगी 
अपना आँचल भिगो रही होगी 

कर दिया कत्ल इश्क़ का उसने 
अब वो हाथों को धो रही होगी

चाह  कर भी  नही  हुई  मेरी
जाने किसकी वो हो रही होगी 

ईद  में  चाँद  वो  नहीं  देखी 
ईद के  दिन भी रो रही होगी

तोड़ कर फूल इश्क़ का उसने 
अब कहाँ बीज बो रही होगी #NojotoQuote #fitoor #whatsapp #group
याद  का  बोझ  ढो रही  होगी 
अपना आँचल भिगो रही होगी 

कर दिया कत्ल इश्क़ का उसने 
अब वो हाथों को धो रही होगी

चाह  कर भी  नही  हुई  मेरी
जाने किसकी वो हो रही होगी 

ईद  में  चाँद  वो  नहीं  देखी 
ईद के  दिन भी रो रही होगी

तोड़ कर फूल इश्क़ का उसने 
अब कहाँ बीज बो रही होगी #NojotoQuote #fitoor #whatsapp #group
ashiqali9148

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