कर दिया होता गर इज़हार ए मोहब्बत तो मेरी हर सांस पे सिर्फ़ तेरा ही नाम होता तुझे ख़्वाहिश थी मेरे इश्क़ की इस क़दर तो बस तेरे पहलू में ही मेरा जीना तमाम होता कह दो जो बात दिल में हो.... बिना कहे दिल को भी कभी मलाल होगा छिपाए फिरते हो जो जज़्बात अपनें उससे दोनों तरफ़ ही बुरा हाल होगा!! सलाह है गौर कीजियेगा 😊😊