वजह तुम कहते हो वजह नहीं थी तुम्हारे पास मैं पूछती हूं इश्क़ के लिए वजह चाहिए क्या मुझसे इश्क़ हैं, क्या ये वजह काफ़ी नहीं है या ये मेरी ही गलतफहमी थी कि तुमको भी हमसे इश्क़ है हमारी तरह तुम भी उस अनकहे रिश्ते की डोर में बंधे हो जिसे ना मैं कभी ब्यान कर पाई ना तुम कभी सुलझा पाए चाह तेरी तब भी थी चाह तेरी अब भी है तू उस वक्त भी ना जान पाया सनम तू हमे ना पहचान पाया इनकार के पीछे के इकरार को ना जान पाया हमारे रिश्ते को ना सुलझा पाया तू मेरे जीने की वजह बन गया ताप्ती धूप में शीतल छाया बन गया तू वजह ढूंढ़ता रह गया और यहां मेरी तो हर वजह तू बन गया #vajh #morningthoughts #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #ananya1016 Nishant Singh Rajput