#d_k_p हम सबके भीतर गहरे में, इक रौशनी का स्त्रोत होता है, इस रौशनी तक पहुंचना, हमारा कर्त्तव्य,दायित्व होता है, इस कर्त्तव्य को निभाने की, एक विधि का पालन होता है, *इंद्रियों* का मन के वश में रहना, *मन* को बुद्धि का निर्देशन,