गेहूँ की अब फिक्र नहीं लल्ला को फिक्र है तो गुलाब की आज गुलाब ले कर कल जब वो कांटे तुम्हे चुभायेगी उस दिन ये वेलेंटाइन की याद तुम्हे बड़ा तड़पायेगी । गेहूँ के फिराक़ में रहो तुम लल्ला खुद ही गुलाब लेकर वो पास तुम्हारे आयेगी । पढ़ो लिखो, कुछ बन जाओ ये दुनिया तुमको हर एक दिवस पर फुल लेकर तुमसे खुद मिलने आयेगी । #nibba -nibhhiiiii ❤🌹🍬 ©gudiya गेहूँ की अब फिक्र नहीं लल्ला को फिक्र है तो गुलाब की आज गुलाब ले कर कल जब वो कांटे तुम्हे चुभायेगी उस दिन ये वेलेंटाइन की याद तुम्हे बड़ा तड़पायेगी । गेहूँ के फिराक़ में रहो तुम लल्ला