मैंने सुना हैं तेरे शहर आज बोहोत ज़ोर की बारिश हैं... इस सूखे से समुंदर की भी आज भीगने की खव्हिश हैं... चल पड़ा हूँ अपना घर छोड़ के मैं तेरी गलियों की तरफ़... तू बेसुद होके भीग रही हो बारिश मैं और मैं... चुपके से कर लूं दीदार तेरा बस इतनी सी गुज़ारिश हैं... बस इतनी सी गुज़ारिश हैं... #vineet✍✍