शूल जहां खत्म हुए वहां हौसला शमशीर हुआ ।। कांटे बिछे राहों में फूल वो राहगीर हुआ ।। नुक़्ता नुक़्ता ! कुर्ब़त कहां ? फौजी गया फक़ीर हुआ ।। शहीदी पर गाएंगे सब अशोक चक्र वीर हुआ ।। कोने में रोए अर्धांगिनी दिल जिसका चीर हुआ ।। कौन सम्भाले माँ नबी ? लाल उसका नीर हुआ ।। शूल जहां खत्म हुए वहां हौसला शमशीर हुआ ।। Naman #shaheedon ko ❤ #kargilvijay diwas 😊 #jaihind #vandematram YourQuote Baba YourQuote Didi