भाग 2... सच कहते हैं, Miseries never come alone, आनंद ने जी तोड़ कोशिश कर के तीन दिनों AB नेगेटिव ग्रुप के 6 डोनर्स जुटा दिए, नैंसी के पापा की ओपन हार्ट सर्जरी मंगलवार को फिक्स हुई, मंगलवार को ही आनंद को chemo के लिए जाना था। नैंसी अजीब दुविधा में फसी थी, उसे तो दोनो की ही देखभाल करनी है। आनंद के लिए उसके मन में इतनी श्रद्धा हो गई थी कि उसे बिल्कुल ऐसा लगता कि ये भी उसके पापा हैं। इस दुविधा को आनंद ने बखूबी समझ लिया , और उसने नैंसी के सिर पे हाथ रखते हुए कहा, * चिंता मत कर नैंसी,मेरा भांजा आएगा