हर दफ़ा ख़ुद पर ही इतना सितम किया हमनें, क़िस्सा-ए-उल्फ़त में तेरा नाम लिख दिया हमनें। मैं क्यों सोचूं कि क़यामत है ये सलूक तेरा, दुआ कर बख़्त का दामन थाम लिया हमनें। Estuti Mishra Shivani Khatri Priti Pradhan Shiva Saxena Shivangee jha Raghav awasthi Amitesh याद करने के लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद🙏😇देरी के लिए माफ़ी चाहती हूँ। क़िस्सा-ए-उल्फ़त - प्यार की कहानी क़यामत - ज़ुल्म सलूक - बर्ताव बख़्त -भाग्य हर दफ़ा ख़ुद पर ही इतना सितम किया हमनें, क़िस्सा-ए-उल्फ़त में तेरा नाम लिख दिया हमनें।