टूट गई पलो की वो सीढ़ी या जिनसे मिलते थे पुराने रीति रिवाज़ अपनों को समान देने के वो मौके अब किस को याद है ना वो दादी रही ना वो नानी जो सुनाती थीं कहानी अब तो यू ट्यूब के बंड बाजे याद है। ©Mk Singh बैंड बाजे #OneSeason