पढ़ लेना कभी वक़्त मिले तो, उन पन्नो को जिनमे खुद को समेटा था हमने, कुछ अल्फाज़ो में जिक्र अपना करके , तुम्हारे हवाले सौंपा था जिन्हें, उन धूल भरी पंक्तियों को, जिन्हें शायद कचरे में फेंक, दिया हो तुमने, ढूंढ कर एक बार पढ़ लेना , शायद कि कुछ समझ सको तुम, मुझे न सही मेरे शब्दों को । ताकि मैं तुम्हारे लिए झूठा, और तुम सच्ची न रह सको, पढ़ लेना कभी उन पन्नो को।। @lines#of#love#breakup#and#the#life#goes#on