उतारो मुझे जिस क्षेत्र में, सर्वश्रेष्ठ कर दिखाउंगी, औरों से अलग हूं दिखने में, कुछ अलग कर के ही जाउंगी। चाह नहीं है एक अलग नाम की, इसी को महान बनाउंगी, नारी हूं मैं इस युग की, नारी की अलग पहचान बनाउंगी। चाहे जो भी मैं बन जाउं, गर्व से नारी ही कहलाउंगी, चाहे युग कोई सा आये, मै ही जगत जननी कहलाउंगी। दुनिया के इस कठिन मंच पर, एक प्रदर्शन मैं भी दिखलाऊंगी, कठपुतली नहीं किसी खेल की, अब स्वतंत्र मंचन कर पंचम लहराउंगी। #महिला_शक्ति #WomenEmpowerment #ComeOutFromComfortZone