ये सारा जीवन ही बेहोशी के लिये बना है..... होश से भर जाने का मतलब ही है हर विचार का पारखी हो जाना.... आत्मा का जागरण कर लेना.... कुछ देर के लिये होश को साध लेना एक सामान्य परिक्रिया है.... किंतु हर पल के लिये होश को साध लेना सरल नही है... हर पल सजग हो जाने का मतलब ही है कि अब आप शरीर मन और मस्तिष्क के किसी विचार से प्रभावित नही होंगे.... लेकिन इस परिक्रिया तक जाने के लिये कुछ विशेष मार्ग दर्शन की आवश्यकता होती है.... वो कल्पना जो सिर्फ मन द्वारा निर्मित होती है उसका वास्तविक दर्शन करना ही साक्षी भाव है.... द्रष्टा का केंद्र बिंदू है.... परम् की उपलब्धता है..... 💕ॐ नमः शिवाये💕 प्रवचन💕 मन सोया तो सब सोया💕 #अनिल_दुआ_अन्नू ©anil dua हम सबकी आत्मा एक सच कहती है.... #Nojoto #Shiva #mahadev #anilduaannu