Jai Shree Krishna ज्ञानियों का गुंथन लिखूँ या गाय का ग्वाला लिखूँ, कंस के लिए विष लिखूँ या भक्तों का अमृत प्याला लिखूँ, रहोगे तुम फिर भी अपरिभाषित चाहे जितना लिखूँ. part 2 ©ÐƐƔɪŁ #Janamashtmi2024 प्रेरणादायी कविता हिंदी