इत्तु सा_-` कहने को वो शत्रुगन थे, कर्म से वो ठाकुर थे। लगा ना था कि कुछ ही दिनों में हमारी गहरी दोस्ती हो जायेगी । सीखते-सीखते अलविदा कहने की नोबत आ जायेगी। भूल ना जाये वो हमें कही इसलिए आख़री पलों में खुशियों की सुनामी लाये थे हम। @j_$tyle इत्तु सा पैगाम शत्रुगन ठाकुर सर् के नाम। कहने को वो शत्रुगन थे, कर्म से वो ठाकुर थे। लगा ना था कि कुछ ही दिनों में हमारी गहरी दोस्ती हो जायेगी । सीखते-सीखते अलविदा कहने की नोबत आ जायेगी। भूल ना जाये वो हमें कही इसलिए आख़री पलों में खुशियों की सुनामी लाये थे हम। ~aj_style #nojoto #poetry #poet #poem #quote #quotes #author #hindi #writer