Nojoto: Largest Storytelling Platform

आदिकाल से हज़ारों ऐब झेलते आया है समाज । सामाजिकता

आदिकाल से हज़ारों ऐब झेलते आया है समाज ।
सामाजिकता में कमी रही, पर 47 से हम हैं राजनैतिक आज़ाद ।।
उनकी सोचो तो सिहर उठोगे जिन्होंने जान लुटा दी देश पर ।
आजकल उनके अपमान के पग पग पर क्यूं होने लगे विधान ।। Urdu_Word_Collab_Challenge_
Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry 
आज का लफ्ज़ है "महफ़ूज़"

अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।
आदिकाल से हज़ारों ऐब झेलते आया है समाज ।
सामाजिकता में कमी रही, पर 47 से हम हैं राजनैतिक आज़ाद ।।
उनकी सोचो तो सिहर उठोगे जिन्होंने जान लुटा दी देश पर ।
आजकल उनके अपमान के पग पग पर क्यूं होने लगे विधान ।। Urdu_Word_Collab_Challenge_
Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry 
आज का लफ्ज़ है "महफ़ूज़"

अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।
ashokmangal4269

Ashok Mangal

New Creator