एक खयाल आया हे झहेन मे, क्यों ना हम मस्जिद मे जा कर सजदा करे, क्यों ना वो मंदिर मे आ के सर झुकाए, क्यों ना हम मंदिर-मस्जिद साथ बनाए, है हम सब इन्सान तो बस इन्सान ही बन जाए, पैदा इन्सान हुए थे तो क्यों ना इन्सान ही जीए और इन्सान ही मर जाए। #NojotoQuote #philosophy