साफ स्वच्छ गगन में, धीमी-धीमी पवन में आँधी व तूफान में, रेत के रेगिस्तान में प्रकृति के रूप में, छांव और धूप में गर्मी की गर्माहट में, कदमों के आहट में मैं हूँ तेरी चाहत में, तुम हो मेरी चाहत में -अनभिज्ञ 2*2#4