Nojoto: Largest Storytelling Platform

अलार्म जब सवेरे गहरी नींद में मदहोश रहता हूं बि

अलार्म


जब सवेरे गहरी नींद में मदहोश रहता हूं
 बिल्कुल ही खामोश रहता हूं
 दुनिया से मेरा कोई नाता नहीं होता 
मैं कहां हूं कुछ पता नहीं होता
 तब तुम मेरे कानों के पास अचानक आवाज लगाने लगते हो 
जैसे तुम मुझे नहीं जानते हो
 हमारी आदतों को नहीं पहचानते हो 
तुम मेरी नींद से वाक़िफ़ नहीं हो 
और तुम किसी से ख़ाइफ़ नहीं हो 
मुझे नींद से जगा देती हो 
मैं नहीं चाहता पर फिर भी वक्त पर उठा देती हो 
वक्त पर जगना सिखाते हो 
इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी की कद्र करना बताते हो
 कुछ भी हो  तुम मुझे बहत भाते हो
तुम मुझे बहत याद आते हो
🙂

©Ahmad Raza #अलार्म 

#alone
अलार्म


जब सवेरे गहरी नींद में मदहोश रहता हूं
 बिल्कुल ही खामोश रहता हूं
 दुनिया से मेरा कोई नाता नहीं होता 
मैं कहां हूं कुछ पता नहीं होता
 तब तुम मेरे कानों के पास अचानक आवाज लगाने लगते हो 
जैसे तुम मुझे नहीं जानते हो
 हमारी आदतों को नहीं पहचानते हो 
तुम मेरी नींद से वाक़िफ़ नहीं हो 
और तुम किसी से ख़ाइफ़ नहीं हो 
मुझे नींद से जगा देती हो 
मैं नहीं चाहता पर फिर भी वक्त पर उठा देती हो 
वक्त पर जगना सिखाते हो 
इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी की कद्र करना बताते हो
 कुछ भी हो  तुम मुझे बहत भाते हो
तुम मुझे बहत याद आते हो
🙂

©Ahmad Raza #अलार्म 

#alone
ahmadraza3325

Ahmad Raza

New Creator