ये तो मंज़र है मौत का छुप जाओगे कहां वहीं भी वक्त अपनी रेत बदलता दिखेगा कोई भी दरवाजा नहीं खुलेगा चाहे दोगे दस्तक कई किया जो आज कल जरुर पाओगे ये उसुलो की दुनिया है मेरे दोस्त यहां के गुनाह को छुपा जरुर दोगे मगर बच नहीं पाओगे भागकर जाओगे कहाँ सुप्रभात। जीवन से बचने की हर कोशिश नाकाम जाएगी। उसका हर रास्ता अंततः उसकी तरफ़ ही आता है। #जाओगेकहाँ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi